सुझलॉन एनर्जी पर मोटिलाल ओसवाल का भरोसा: क्या वाकई 42% की अपसाइड संभव है?

On: September 1, 2025 5:40 PM
Follow Us:
Suzlon Energy Shares

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Suzlon Energy Shares:- भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ वर्षों में ऊर्जा सेक्टर की कंपनियों ने निवेशकों का ध्यान खींचा है। खासकर नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में तेज़ी से हो रहे बदलावों ने नई उम्मीदें जगा दी हैं। इस दौर में सुझलॉन एनर्जी का नाम सबसे आगे दिखाई देता है।

कंपनी ने न केवल अपने कर्ज को कम करने में सफलता पाई है, बल्कि लगातार नए प्रोजेक्ट और ऑर्डर हासिल कर रही है। इसी बीच, ब्रोकरेज हाउस मोटिलाल ओसवाल ने सुझलॉन एनर्जी को लेकर बड़ा अनुमान जारी किया है। उनका कहना है कि इस शेयर में 42% तक का अपसाइड पोटेंशियल मौजूद है, जिससे निवेशकों को आने वाले समय में जबरदस्त रिटर्न मिल सकता है।

ALSO READ:- महिलाओं के लिए खुशखबरी! LIC बीमा सखी योजना 2025 से हर महीने मिलेगा ₹7000

Table of Contents

सुझलॉन एनर्जी का मौजूदा प्रदर्शन

सुझलॉन एनर्जी ने बीते तीन वर्षों में निवेशकों को हैरान कर देने वाले रिटर्न दिए हैं। 2020 में जहां यह शेयर मात्र ₹6 के स्तर पर था, वहीं अब यह ₹70–₹80 के दायरे में ट्रेड करता दिख रहा है। यह लगभग 1200% से ज्यादा का उछाल है। इतनी तेज़ बढ़त के बाद यह सवाल उठता है कि क्या अब भी इसमें निवेश का मौका है? मोटिलाल ओसवाल का जवाब है – हां। उनका मानना है कि कंपनी की नींव मज़बूत हुई है और आने वाले सालों में यह और तेजी पकड़ सकती है।

Suzlon Energy Shares मोटिलाल ओसवाल का टारगेट प्राइस और वैल्यूएशन

ब्रोकरेज हाउस ने सुझलॉन एनर्जी पर “Buy” रेटिंग बरकरार रखी है। उनका कहना है कि FY27 की अनुमानित कमाई पर 35x P/E मल्टीपल लगाकर शेयर का सही मूल्य ₹80 बनता है। मौजूदा स्तर से यह लगभग 42% की संभावित तेजी दर्शाता है. यह अनुमान केवल आंकड़ों पर आधारित नहीं है, बल्कि कंपनी की बिजनेस स्ट्रेटेजी, ऑर्डर बुक और आने वाली ग्रोथ स्टोरी पर भी आधारित है।

Suzlon Energy Shares ग्रोथ को सपोर्ट करने वाले प्रमुख फैक्टर

सरकारी नीतियों का लाभ

भारत सरकार नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए लगातार नई नीतियां ला रही है। “Approved List of Models and Manufacturers (ALMM)” के तहत घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे सुझलॉन जैसी कंपनियां, जिनके पास लोकल मैन्युफैक्चरिंग और रिसर्च क्षमता है, सबसे ज्यादा फायदा उठा सकती हैं।

मज़बूत ऑर्डर बुक

कंपनी के पास पहले से ही एक मजबूत ऑर्डर बुक मौजूद है, जिससे आने वाले सालों की आय लगभग तय मानी जा सकती है। साथ ही, जमीन अधिग्रहण और EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) क्षमताओं का विस्तार इसे और भी मज़बूत बनाता है।

नेतृत्व की स्थिरता

कंपनी के CEO जे.पी. चालसानी ने साफ कर दिया है कि उनका रोल लंबे समय के लिए है और इसमें कोई “सनसेट क्लॉज़” नहीं है। साथ ही, कंपनी CFO की नियुक्ति की प्रक्रिया में भी आगे बढ़ चुकी है।

अंतरराष्ट्रीय विस्तार

सुझलॉन FY26 से एक्सपोर्ट मार्केट में वापसी की तैयारी कर रही है। यूरोप और मिडिल ईस्ट जैसे क्षेत्रों में इसके टर्बाइन की मांग बढ़ सकती है। FY27 की दूसरी छमाही में डिलीवरी शुरू होने की उम्मीद है।

EPC बिजनेस का विस्तार

कंपनी का लक्ष्य है कि FY28 तक EPC से होने वाली आय को मौजूदा 22% से बढ़ाकर लगभग 50% तक ले जाया जाए। इससे निष्पादन पर कंपनी का नियंत्रण और बढ़ जाएगा।

निवेशकों के लिए बड़ा अवसर

सुझलॉन एनर्जी की पिछली सफलता और भविष्य की रणनीतियों को देखते हुए यह शेयर दीर्घकालिक निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर प्रदान करता है। हालांकि, हर निवेश में जोखिम भी जुड़ा होता है, इसलिए निवेश करने से पहले व्यक्तिगत वित्तीय सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

Suzlon Energy Shares पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. Suzlon Energy Shares क्या करती है?

सुझलॉन एनर्जी एक प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी है, जो विंड टर्बाइन जेनरेटर और पावर प्रोजेक्ट्स का निर्माण करती है। यह EPC सेवाओं, प्रोजेक्ट डेवलपमेंट और ऑपरेशंस में भी सक्रिय है।

2. मोटिलाल ओसवाल ने सुझलॉन एनर्जी पर कितना टारगेट दिया है?

मोटिलाल ओसवाल ने इस शेयर पर ₹80 का टारगेट प्राइस दिया है, जो मौजूदा स्तर से लगभग 42% की संभावित तेजी दर्शाता है।

3. क्या सुझलॉन एनर्जी में निवेश सुरक्षित है?

कंपनी की वित्तीय स्थिति पहले कमजोर थी, लेकिन अब कर्ज कम हुआ है और ऑर्डर बुक मजबूत है। हालांकि, ऊर्जा सेक्टर में पॉलिसी और बाजार से जुड़े जोखिम हमेशा रहते हैं।

4. कंपनी का भविष्य कैसा है?

सुझलॉन एनर्जी का भविष्य काफी उज्ज्वल माना जा रहा है क्योंकि भारत में नवीकरणीय ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है। साथ ही, कंपनी अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी वापसी करने जा रही है।

5. क्या यह शेयर लंबी अवधि के लिए सही है?

हाँ, अगर निवेशक लंबी अवधि तक इंतजार करने को तैयार हैं, तो सुझलॉन एनर्जी में बेहतर रिटर्न की संभावना है। यह अल्पकालिक उतार-चढ़ाव का सामना कर सकता है, लेकिन दीर्घकालिक ट्रेंड सकारात्मक है।

6. सुझलॉन एनर्जी का सबसे बड़ा लाभ क्या है?

कंपनी की सबसे बड़ी ताकत इसकी लोकल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता और मजबूत रिसर्च एंड डेवलपमेंट है। साथ ही, इसका EPC बिजनेस तेजी से विस्तार कर रहा है।

7. क्या अभी सुझलॉन एनर्जी खरीदना चाहिए?

अगर आप नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो यह शेयर एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, निवेश का निर्णय आपके जोखिम प्रोफाइल और वित्तीय लक्ष्य पर निर्भर करेगा।

निष्कर्ष और कॉल टू एक्शन

सुझलॉन एनर्जी ने बीते वर्षों में जबरदस्त उछाल दिखाया है और मोटिलाल ओसवाल का अनुमान इसे और भी मजबूत ग्रोथ स्टोरी बनाता है। सरकारी नीतियां, अंतरराष्ट्रीय विस्तार और EPC बिजनेस का विस्तार कंपनी को लंबी अवधि के लिए निवेश योग्य बनाते हैं. अगर आप भी नवीकरणीय ऊर्जा की लहर का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो सुझलॉन एनर्जी को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने पर विचार करें। निवेश से पहले अपनी वित्तीय सलाह जरूर लें और समझदारी से कदम बढ़ाएँ।

Rubel

Rubel Bishnoi is the founder and author at mtimes.in, where he writes about finance, share market trends, share prices, and the latest stock market news. Hailing from Bikaner, Rajasthan, Rubel has been passionate about the world of finance and investing. With over one year of blogging experience, he aims to simplify complex financial topics for readers and provide them with the latest, reliable updates.

और पढ़ें

Leave a Comment

Follow Google News