Mobikwik:- भारतीय शेयर बाजार में डिजिटल पेमेंट कंपनियों की लिस्टिंग के बाद से निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ी है। इन्हीं में से एक नाम है Mobikwik, जिसने हाल ही में अपने शेयरों में जबरदस्त तेजी दिखाई। शुक्रवार के ट्रेडिंग सेशन में कंपनी के शेयरों में लगभग 11% तक का उछाल देखने को मिला। लेकिन इस तेज़ी के पीछे की कहानी थोड़ी अलग है, क्योंकि इसी समय एक बड़े विदेशी निवेशक ने अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी।
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11% की तेजी ने बनाया चर्चा का विषय Mobikwik
शुक्रवार को Mobikwik के शेयरों ने निवेशकों को चौंका दिया। शुरुआती कारोबार में हल्की तेजी के बाद यह शेयर अचानक ऊपर की ओर भागने लगा और दिन के अंत में करीब 11% ऊपर बंद हुआ।
इतनी बड़ी तेजी अक्सर किसी बड़े सौदे या निवेशक की एंट्री से देखने को मिलती है। लेकिन इस बार मामला बिल्कुल उल्टा रहा। यहां तेजी उस समय आई, जब एक बड़े विदेशी निवेशक ने कंपनी से अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी।
किसने बेची हिस्सेदारी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, विदेशी निवेशक Bennett Coleman & Co. Ltd. (BCCL) ने Mobikwik में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है। BCCL लंबे समय से कंपनी में निवेशक रहा था और इसकी बिक्री के बाद अब उसका नाम Mobikwik के प्रमुख निवेशकों की सूची से बाहर हो गया है।
शेयर बाजार में यह डील ब्लॉक डील के जरिए हुई और बड़ी संख्या में शेयर बदले। डील पूरी होने के बाद भी शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जो यह संकेत देती है कि बाजार Mobikwik के भविष्य को लेकर सकारात्मक है।
Mobikwik का बिजनेस मॉडल
Mobikwik एक डिजिटल फाइनेंस और पेमेंट सर्विस कंपनी है, जो मोबाइल वॉलेट, पेमेंट गेटवे, UPI सर्विस, पर्सनल लोन और ‘Buy Now Pay Later’ (BNPL) जैसे प्रोडक्ट ऑफर करती है।
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कंपनी का फोकस छोटे और मिड-लेवल ग्राहकों को डिजिटल फाइनेंस की सुविधा देना है। भारत में डिजिटल लेन-देन के तेजी से बढ़ते चलन का फायदा सीधे-सीधे Mobikwik को मिल रहा है। यही वजह है कि निवेशक कंपनी के शेयरों पर भरोसा दिखा रहे हैं।
विदेशी निवेशक की हिस्सेदारी बिक्री का असर
आमतौर पर जब कोई बड़ा निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचता है, तो बाजार में निगेटिव सेंटिमेंट पैदा होता है और शेयर गिरते हैं। लेकिन Mobikwik के मामले में इसका उल्टा असर हुआ।
विश्लेषकों का मानना है कि BCCL की हिस्सेदारी बेचने के बाद शेयरों का फ्री-फ्लोट बढ़ गया है, जिससे बाजार में अधिक तरलता (liquidity) आई है। साथ ही, कंपनी के बिजनेस मॉडल और ग्रोथ संभावनाओं को देखते हुए नए निवेशकों ने तेजी से एंट्री की।
डिजिटल पेमेंट सेक्टर का भविष्य
भारत में डिजिटल पेमेंट सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। UPI ट्रांजैक्शन हर महीने नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। सरकार की “डिजिटल इंडिया” पॉलिसी और फिनटेक कंपनियों की बढ़ती पहुंच ने इस सेक्टर को बेहद आकर्षक बना दिया है।
Mobikwik जैसी कंपनियां इस ग्रोथ वेव का हिस्सा हैं। आने वाले वर्षों में डिजिटल लोन और BNPL सेवाओं की डिमांड और बढ़ने की संभावना है, जिसका सीधा फायदा कंपनी को मिलेगा।
Mobikwik के शेयरों में तेजी के कारण
- फ्री-फ्लोट में इजाफा – हिस्सेदारी बिकने के बाद ज्यादा निवेशकों के पास खरीदने का मौका आया।
- डिजिटल सेक्टर की तेजी – पूरे सेक्टर में पॉज़िटिव सेंटिमेंट है।
- भविष्य की संभावनाएं – कंपनी की सर्विस डाइवर्सिफिकेशन और नई योजनाएं निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।
- निवेशकों का विश्वास – विदेशी निवेशक के बाहर निकलने के बावजूद, घरेलू निवेशक और नए फंड कंपनी में रुचि ले रहे हैं।
निवेशकों के लिए संकेत
Mobikwik के शेयरों में हाल की तेजी यह दिखाती है कि डिजिटल पेमेंट कंपनियों में अभी भी अपार संभावनाएं छिपी हुई हैं। हालांकि, निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि इस तरह के शेयर काफी वोलाटाइल भी हो सकते हैं।
अगर कंपनी लगातार अपने बिजनेस को विस्तार देती रही और नए प्रोडक्ट लॉन्च करती रही, तो शेयरों में और तेजी देखने को मिल सकती है। लेकिन अल्पकालिक निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. Mobikwik के शेयर क्यों बढ़े?
Mobikwik के शेयरों में तेजी इसलिए आई क्योंकि विदेशी निवेशक की हिस्सेदारी बिकने के बाद बाजार में ज्यादा शेयर उपलब्ध हो गए और नए निवेशकों ने बड़ी मात्रा में खरीदारी की।
2. किस निवेशक ने अपनी हिस्सेदारी बेची?
Bennett Coleman & Co. Ltd. (BCCL) ने Mobikwik में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी।
3. हिस्सेदारी बिकने के बाद शेयर क्यों गिरे नहीं?
कंपनी के मजबूत बिजनेस मॉडल और भविष्य की ग्रोथ संभावनाओं के कारण बाजार में पॉजिटिव सेंटिमेंट रहा, जिसके चलते शेयर गिरे नहीं बल्कि चढ़ गए।
4. Mobikwik का बिजनेस मॉडल क्या है?
Mobikwik मोबाइल वॉलेट, पेमेंट गेटवे, UPI सेवाएं, लोन और BNPL जैसी डिजिटल फाइनेंस सेवाएं प्रदान करता है।
5. क्या Mobikwik लंबी अवधि के लिए अच्छा शेयर है?
अगर डिजिटल इंडिया की ग्रोथ और फिनटेक सेक्टर की संभावनाओं को देखें तो Mobikwik लंबी अवधि के लिए अच्छा शेयर साबित हो सकता है।
6. Mobikwik में रिस्क क्या है?
कंपनी पर नियामकीय (regulatory) दबाव, बड़ी फिनटेक कंपनियों से प्रतिस्पर्धा और बाजार की वोलाटिलिटी रिस्क फैक्टर हो सकते हैं।
7. क्या अभी Mobikwik के शेयर खरीदने चाहिए?
अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं तो Mobikwik आकर्षक विकल्प हो सकता है। लेकिन अल्पकालिक निवेशकों को वोलाटिलिटी से सावधान रहना चाहिए।
निष्कर्ष और कॉल टू एक्शन
Mobikwik के शेयरों में आई 11% की तेजी यह साबित करती है कि भारतीय डिजिटल पेमेंट सेक्टर निवेशकों के लिए बड़ा अवसर है। विदेशी निवेशक के पूरी हिस्सेदारी बेचने के बावजूद शेयरों का चढ़ना बाजार की कंपनी पर मजबूत आस्था को दर्शाता है।
अगर आप भी फिनटेक और डिजिटल पेमेंट सेक्टर में निवेश का मौका तलाश रहे हैं, तो Mobikwik जैसे शेयरों पर नज़र रखें। लेकिन निवेश करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना न भूलें।







