Suzlon Energy Share UBS:- भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक Suzlon Energy एक बार फिर सुर्खियों में है। सितंबर 2025 में कंपनी को टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) से 838 मेगावॉट का मेगा ऑर्डर मिला है। यह कंपनी के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट है। इसी खबर के बाद ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म UBS ने सुजलॉन एनर्जी को लेकर बुलिश नजरिया पेश किया है और शेयर में 32% तक तेजी की उम्मीद जताई है।
पिछले छह महीनों में Suzlon Energy Share UBS प्रदर्शन
पिछले छह महीनों में सुजलॉन एनर्जी के शेयर में केवल 9% की बढ़त दर्ज की गई है। वहीं, Year to Date (YTD) परफॉर्मेंस में कंपनी का शेयर लगभग 9% गिरा है। इस सुस्ती के चलते निवेशकों में निराशा देखने को मिल रही थी, लेकिन टाटा पावर से मिले इस नए ऑर्डर ने बाजार में फिर से विश्वास जगाया है। UBS ने अपने रिसर्च में साफ कहा है कि यह ऑर्डर कंपनी के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
टाटा पावर से मिला 838 MW का ऐतिहासिक ऑर्डर
कंपनी को यह ऑर्डर टाटा पावर की फर्म और डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी परियोजना के तहत मिला है। इसके तहत 266 विंड टर्बाइन लगाए जाएंगे।
- कर्नाटक: 302 मेगावॉट
- महाराष्ट्र: 271 मेगावॉट
- तमिलनाडु: 265 मेगावॉट
यह सुजलॉन एनर्जी का अब तक का दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है। इससे पहले कंपनी को NTPC ग्रीन एनर्जी से 1544 मेगावॉट का रिकॉर्ड ऑर्डर मिल चुका है।
Suzlon Energy Share UBS का टारगेट और शेयर का ट्रेंड
UBS ने सुजलॉन एनर्जी के शेयर पर ‘बाय’ रेटिंग बरकरार रखी है। ब्रोकरेज हाउस ने 78 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जबकि शेयर 17 सितंबर 2025 को बीएसई पर 59 रुपये पर बंद हुआ था। यानी मौजूदा भाव से करीब 32% की संभावित तेजी का अनुमान है।
इस ऑर्डर के बाद कंपनी का ऑर्डर बुक 6.5 GW के पार चला गया है। साल 2025-26 के लिए कंपनी की YTD ऑर्डर बुकिंग 1.8 GW तक पहुंच गई है, जबकि UBS का अनुमान है कि यह पूरे वित्त वर्ष में 3.5 GW तक पहुंच सकती है।
सालाना और तिमाही प्रदर्शन
अगर बीते साल के आंकड़े देखें तो सुजलॉन एनर्जी के शेयर में 27.7% की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, पिछले तीन सालों में कंपनी का शेयर 555% से ज्यादा चढ़ चुका है।
- वित्त वर्ष 2024-25 में शेयर का उच्चतम स्तर 86 रुपये और न्यूनतम स्तर 46 रुपये रहा।
इस उतार-चढ़ाव के बावजूद कंपनी पर लॉन्ग-टर्म निवेशकों का भरोसा बना हुआ है।
आगे की स्थिति और ब्रोकरेज का नजरिया
UBS का कहना है कि टाटा पावर से मिला नया ऑर्डर न केवल कंपनी के फाइनेंस को मजबूत करेगा बल्कि आने वाले सालों में ग्रोथ के बड़े अवसर खोलेगा। यह टाटा पावर के साथ सुजलॉन की तीसरी बड़ी डील है। इससे कंपनी की ‘मेड इन इंडिया’ क्षमता और रिन्यूएबल एनर्जी मार्केट में नेतृत्व की स्थिति और मजबूत होगी।
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले महीनों में इस शेयर में तेजी बनी रह सकती है और निवेशकों को लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
निष्कर्ष
सुजलॉन एनर्जी का यह नया कॉन्ट्रैक्ट कंपनी को एक नई दिशा दे सकता है। UBS का अनुमान है कि शेयर 59 रुपये से बढ़कर 78 रुपये तक जा सकता है। जो निवेशक ग्रीन एनर्जी सेक्टर में लंबी अवधि का नजरिया रखते हैं, उनके लिए यह स्टॉक एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है।







