IndiGo Share Price: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी InterGlobe Aviation यानी IndiGo ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं। IndiGo Share Price से जुड़े निवेशकों और एनालिस्ट्स को इस बार निराशा हाथ लगी है क्योंकि कंपनी का प्रदर्शन अनुमानों से कमजोर रहा है।
IndiGo Q1 Results
इंडीगो का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 20% घटकर ₹2,176.3 करोड़ रह गया है। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने ₹2,728.8 करोड़ का मुनाफा कमाया था। यह गिरावट एविएशन सेक्टर की बढ़ती लागत और टिकट प्राइस पर दबाव का नतीजा मानी जा रही है।
इनकम उम्मीद से कम
- कुल इनकम रही: ₹20,496 करोड़
- अनुमान था: ₹21,350 करोड़
- पिछली तिमाही की इनकम: ₹22,152 करोड़
इसका मतलब है कि कंपनी की इनकम में लगातार गिरावट आ रही है, जो डिमांड में कमी और टिकट रेट्स में नरमी को दर्शाता है।
EBITDAR में बड़ी गिरावट
EBITDAR यानी ब्याज, टैक्स, डिप्रिसिएशन, एसेट लीज रेंट से पहले की कमाई इस तिमाही में घटकर ₹5,739 करोड़ रही है। जबकि बाजार को ₹6,140 करोड़ की उम्मीद थी। पिछली तिमाही में यह आंकड़ा ₹6,948 करोड़ था। यानी लगभग ₹1,200 करोड़ की गिरावट दर्ज की गई है।
ऑपरेटिंग मार्जिन में भी गिरावट
- वर्तमान मार्जिन: 28%
- अनुमान: 28.7%
- मार्च तिमाही में: 31.5%
यह गिरावट संकेत देती है कि कंपनी की लागत बढ़ी है और टिकट प्राइस बढ़ाकर उसे पूरी तरह कवर नहीं किया जा सका।
नतीजे क्यों रहे कमजोर?
संभावित कारण:
- हवाई यात्रा की मांग में कमी
- फ्यूल कॉस्ट में वृद्धि
- डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी
- समर वेकेशन सीज़न के बावजूद टिकट दरों में दबाव
प्रति किलोमीटर कमाई में गिरावट
IndiGo की ‘यील्ड’ यानी प्रति किलोमीटर कमाई में भी गिरावट दर्ज की गई है।
- पिछली तिमाही के मुकाबले 5% गिरकर ₹4.98 प्रति किलोमीटर रह गई है।
- इससे साफ है कि टिकट की औसत कीमतें घट गई हैं।
IndiGo Share Price
IndiGo Share Price पर इस कमजोर प्रदर्शन का असर पड़ सकता है।
हालांकि कंपनी एविएशन सेक्टर में अग्रणी बनी हुई है, लेकिन लगातार गिरती इनकम और मार्जिन शॉर्ट टर्म में शेयर पर दबाव बना सकते हैं।
निवेशकों को किन बातों पर ध्यान देना चाहिए:
- आने वाले क्वार्टर में हवाई सफर की मांग में बढ़ोतरी की उम्मीद
- फ्यूल प्राइस ट्रेंड
- डॉलर-रुपया विनिमय दर
- सरकार की एविएशन पॉलिसी में बदलाव
कंपनी का प्रोफाइल: IndiGo (InterGlobe Aviation)
- स्थापना: 2006
- मुख्यालय: गुड़गांव, हरियाणा
- सेक्टर: सिविल एविएशन
- मार्केट कैप: भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी
- बाजार हिस्सेदारी: 60%+ घरेलू उड़ानों में
निष्कर्ष
IndiGo Share Price फिलहाल दबाव में रह सकता है क्योंकि Q1FY26 के नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे हैं।
हालांकि, एविएशन सेक्टर की लंबी अवधि की संभावनाएं अभी भी मजबूत हैं और इंडिगो का बिजनेस मॉडल स्केलेबल और लीडिंग पोजिशन में है। निवेशकों को फिलहाल सतर्कता के साथ आगे बढ़ना चाहिए और अगली तिमाही के नतीजों पर नज़र रखनी चाहिए।